संतकबीरनगर। आज श्रावण मास का तीसरा सोमवार है, इसका धार्मिक महत्व अत्यधिक है। इस दिन को खासतौर पर भगवान शिव की पूजा के लिए समर्पित किया जाता है। आज सभी शिव मंदिरों पर खाश भीड़ दिखाई देती है, श्रद्धालु जलाभिषेख करते हैं । आइए जानते हैं इसके महत्व और आज के दिन क्या नही करना चाहिए ।
धार्मिक महत्व:
- भगवान शिव की आराधना: इस दिन शिवलिंग पर अभिषेक, पूजन और अन्य धार्मिक क्रियाओं से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। यह दिन विशेष रूप से पवित्र माना जाता है, और भक्त इसे पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाते हैं।
- व्रत और उपवास: इस दिन व्रत रखने और उपवास करने से भक्तों के सभी कष्ट समाप्त होते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। यह मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव की पूजा से सभी पाप मिट जाते हैं और विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- रुद्राभिषेक: रुद्राभिषेक, जिसमें भगवान शिव को गंगाजल और दूध से स्नान कराया जाता है, इस दिन विशेष रूप से किया जाता है। यह विधि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
आज के दिन विशेष रूप से शिव मंदिरों में पूजा की जाती है और श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए शिवजी की आराधना करते हैं। इस दिन को पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाने से जीवन में शांति, समृद्धि और सुख-शांति प्राप्त होती है।
श्रावण मास के तीसरे सोमवार को कुछ विशेष धार्मिक मान्यताएँ हैं जिनके अनुसार निम्नलिखित कार्य नहीं करने चाहिए:
- अत्यधिक श्रम: इस दिन बहुत अधिक मेहनत या भारी कामकाज से बचने की सलाह दी जाती है।
- नये कार्यों की शुरुआत: इस दिन नए व्यापार या महत्वपूर्ण निर्णयों की शुरुआत करने की सलाह नहीं दी जाती।
- पैसे उधार लेना: उधार लेना या देना इस दिन अशुभ माना जाता है।
- झगड़े-फसाद: इस दिन झगड़े-फसाद से बचने की सलाह दी जाती है।
- शराब या मांसाहारी भोजन: इस दिन शराब पीने और मांसाहारी भोजन से परहेज करने की सलाह होती है, खासकर धार्मिक मान्यताओं के अनुसार।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये मान्यताएँ विभिन्न परंपराओं और व्यक्तिगत विश्वासों के आधार पर भिन्न हो सकती हैं।